सिकंदराबाद – राजकीय संयुक्त चिकित्सालय में बुधवार को महिला डॉक्टरों में आपस में मरीजों को लेकर कहा सुनी हो गई। मामले ने इतना तूल पकड़ लिया कि डॉक्टरों ने मरीजों को देखना बंद कर दिया और अधीक्षक के कमरे में जाकर बैठ गई। सभी डॉक्टरों ने मेडिकल ऑफिसर बुलंदशहर को अपनी शिकायत दर्ज कराई। इस दौरान मरीजों का बुरा हाल रहा मरीज इधर-उधर भटकते हुए परेशान दिखाई दिए।
राजकीय संयुक्त चिकित्सालय सिकंदराबाद में में पिछले कई दिनों से डॉक्टरों में आपसी मतभेद चल रहा है। सीएमओ ने मतभेद खत्म करने के लिए पूर्व में डॉक्टर पूनम सिंह के स्थान पर डॉ हेमंत रस्तोगी को अधीक्षक बना दिया वही डॉ पूनम सिंह को वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी बनाया। बुधवार को फिर एक बार डॉक्टरों में आपस में कहा सुनी हो गई। डॉक्टर पूर्णिमा सिंह व डॉ0 दीप्ति ने बताया कि डॉक्टर पूनम सिंह व मोनिका मित्तल उनके काम करने में रुकावट पैदा करती हैं। बार-बार किसी न किसी बात पर परेशान करती हैं और जबरन मरीजों को खुद से इलाज कराने को कहती है वही डॉक्टर पूनम सिंह व मोनिका मित्तल ने बताया कि उन पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। वे भली भाँति से अपने कार्य को अंजाम दे रही है। दोनों डॉक्टर उन पर झूठे आरोप लगा रही है। उन्होंने सारी जानकारी अपने वरिष्ठों को साझा कर दी है। डॉक्टरों की आपसी लड़ाई का ख़ामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। आपसी विवाद के चलते काम ना होने के कारण उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा और पूरे दिन इधर-उधर भटकते रहे। इस दौरान इमरजेंसी में डॉक्टर अनिल ने मरीज को देखा जहां मरीजों की काफी भीड़ लग गई। सीएमओ विनय सिंह ने बताया कि डॉक्टर उनके पास शिकायत लेकर आए थे उनकी शिकायत सुन लिए गई है अस्पताल के अधीक्षक को मामले की पूरी जानकारी के लिए आदेश कर दिए गए हैं जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
