सिकंदराबाद – परंपरा और संस्कृति के प्रतीक रामलीला का आयोजन बड़े धूमधाम और श्रद्धा के साथ हुआ। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में रावण वध का दृश्य प्रस्तुत किया गया, जिसने असत्य पर सत्य की विजय को दर्शाया। जैसे ही भगवान श्रीराम ने रावण पर विजय प्राप्त की, वैसे ही पूरे मैदान में ‘जय श्रीराम’ के जयघोष गूंज उठे।
बुधवार को रामलीला का शुभारम्भ विधायक लक्ष्मीराज सिंह ने भगवान राम का तिलक वंदन एवं आरती करके किया| रावण दहन पर रामलीला में बड़ी संख्या में स्थानीय निवासियों, बच्चों, बुजुर्गों और गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया। रावण वध के इस मंचन को देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी, जिन्होंने भगवान श्रीराम के अदम्य साहस और धैर्य का समर्थन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक लक्ष्मीराज सिंह ने अपने विचार साझा करते हुए कहा रामलीला केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है। यह हमें सत्य, धर्म और न्याय के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।
रामलीला में विशेष आकर्षण का केंद्र रावण के विशालकाय पुतले का दहन था, जो बुराई के अंत और अच्छाई की जीत का प्रतीक था। जैसे ही रावण का पुतला जलकर राख हुआ, लोग अपनी खुशी और उत्साह को जयघोष के माध्यम से व्यक्त करने लगे।इस आयोजन ने एक बार फिर यह साबित किया कि सत्य की राह पर चलने वालों की हमेशा जीत होती है, और असत्य कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, उसका अंत निश्चित है। इस मौके पर पुष्पेंद्र भाटी, सुशील शर्मा, राकेश शर्मा, पिंकी वोहरा, राहुल गुप्ता, संजीव गोयल, अरविन्द दीक्षित, शिवम गोयल सहित नगर के गणमान्य लोग और दर्शक उपस्थित रहे |